Contract Marriage - 5 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 5

The Author
Featured Books
  • నిరుపమ - 10

    నిరుపమ (కొన్నిరహస్యాలు ఎప్పటికీ రహస్యాలుగానే ఉండిపోతే మంచిది...

  • మనసిచ్చి చూడు - 9

                         మనసిచ్చి చూడు - 09 సమీరా ఉలిక్కిపడి చూస...

  • అరె ఏమైందీ? - 23

    అరె ఏమైందీ? హాట్ హాట్ రొమాంటిక్ థ్రిల్లర్ కొట్ర శివ రామ కృష్...

  • నిరుపమ - 9

    నిరుపమ (కొన్నిరహస్యాలు ఎప్పటికీ రహస్యాలుగానే ఉండిపోతే మంచిది...

  • మనసిచ్చి చూడు - 8

                     మనసిచ్చి చూడు - 08మీరు టెన్షన్ పడాల్సిన అవస...

Categories
Share

कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 5



रात को रणविजय और अक्षा में कुछ बातें हुई

रणविजय ने कहा,"मिस अक्षा तुम निश्चिन्त रहो ये शादी सिर्फ पंडित जी को दिखाने के लिए होगा बाकी आप शादी के बाद जैसे चाहे रहें मुझे कोई आपत्ती नही होगी और ना तुम कभी मेरे लाइफ में कोई दखल देंगी हम अजनबी की तरह ही रहेंगे is deal 🤝

अक्षा ने कहा,"is deal और ये बात सिर्फ हम दोनों के सिवा कोई तीसरे को खबर नहीं होनी चाहिए ,ये ख्याल रखिएगा ...


दूसरे दिन सुबह

पंडित जी - अक्षा को उसकी मां की लाल कलर की शादी का जोड़ा और कुछ ज्वेलरी देता है पहने के लिए ...!!



"फिर शिव - पार्वती के
मंदिर में अक्षा और रणविजय तैयार होकर आते हैं और शादी की रस्में होने लगती है ..

पुजारी जी मंत्रोच्चारण के साथ कन्यादान के लिए माता-पिता को बुलाते हैं तो एस.पी मिश्रा अपने पत्नि के साथ आता है और अक्षा का पाणिग्रहण कर कन्यादान करता है, फिर पुजारी जी वर - वधू को फेरे के लिए उठाता है, पुजारी जी वचन देने के लिए जोर से बोलने बोलता है तो वर - वधू बोलते हुए सात फेरे पूरे करते हैं फिर वर को वधू के मांग में सिंदूर भरने बोलता है फिर मंगलसूत्र पहनाने बोलता है तो मंगलसूत्र पहनाने के वक्त अक्षा रणविजय के चेहरा देखती है..

पुजारी जी शादी संपन्न की घोषणा करता है फिर वर - वधू को बड़ों की आर्शिवाद लेने बोलते हैं दोनों सभी बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं,
"माधव रणविजय का सेक्रेटरी ,वर - वधू के शादी का विडियो शूट करता है..

मिश्रा अंकल शादी को रजिस्टर्ड करने कोर्ट ले जाता है वर - वधू को ,"कुछ देर में वहां पहुंच कर शादी रजिस्टर्ड में साइन करवाकर वापस घर आते हैं,
"अक्षा का समान पैक उसकी सहेली करती हैं फिर बिंदाई की रस्म कर मुंबई के लिए निकल जाते हैं...

"रात आठ बजे :- रणविजय और अक्षा को लेकर अपने पैरेंट्स के घर ना जाकर अपने विला
मुंबई पहुंचते हैं ...

विला के घर में सारे केयर टेकर लोग अक्षा को देखने इकठ्ठा हो जाते हैं, रणविजय सामने सोफे पर बैठकर फोन में किसी से बात करने में लग जाता है

"टोनी डिसुजा को (रणविजय के पर्सनल नौकर रहता है टोनी डिसुजा के दो हेल्पर दीपक और हेमंत है,जो रणविजय के a to z काम के लिए रखा गया है)

टोनी डिसुजा अक्षा को कहता है ,"चलीए मैम मैं आपको सर के रूम लेकर चलता हु , फिर वो लगेज पकड़ के जाने लगता है और सीढ़ी पर चढ़े ही रहता है तो पीछे से

रणविजय की आवाज आती है ," रुको कहां ले जा रहे हो इनको..??

टोनी डिसुजा हड़बड़ा कर कहता है " जी,सर मैं मैम को आपके रूम ले जा रहा था..
रणविजय जल्दी से कहता है ," इसकी जरूरत नहीं है,तुम इसे और दूसरे रूम लेकर जाओ, यहां बहुत से रूम है..!!

अक्षा को ये बात सुनकर अच्छा नहीं लगता फिर वो पलटकर कहती है रणविजय के आंखों में देखकर , "मुझे भी कोई शौक नहीं है तुम्हारे बेडरूम शेयर करने की कॉंन्ट्रैक्ट याद है मुझे और आप भी मत भूलना ..!!

रणविजय ने कहा ," हां मिस अक्षा तुम भूलना भी मत ...

अक्षा ,"नहीं भूलूंगी , वैसे भी ऑलरेडी मेरी लाइफ बर्रबाद कर चुके हो और क्या एक्सपेक्ट किया जा सकता है फिर वो डिसुजा के साथ जाने लगी ...!!

रणविजय फिर वापस बाहर अपने होटल चला जाता हैं ..!!

रिया कपूर "कपूर इंड्रस्टी" की एकलौती बेटी जो मन ही मन में रणविजय को पाने की चाहत रखती है लेकिन रणविजय का रुखापन के कारण वो अपने दिल की बात नहीं बता पाई ,फर आज वो डिसाइड किया है कि वो अपने दिल कि बात रणविजय को कहेंगी ,आज उसे भी इस पार्टी में इन्वाइट किया है दूसरे पार्टनर्स के साथ उसे पता चलता है कि रणविजय अपने होटल में पहुंच चुका है वो जल्दी से आती है

रणविजय अपने हाथ में ड्रिंक का गिलास लिए कुछ पार्टनर्स के साथ

रिया कपूर भी रणविजय के सामने ड्रिंक का गिलास लेकर खड़ी हो जाती है फिर वो मुस्कुरा कर डांस के लिए अपना हाथ बढ़ाती है "would you like to dance with me ..!!

रणविजय सभी पार्टनर को देखकर अपना हाथ देता है और दोनों डांस फ्लोर पर डांस करने लगते है ..!!

रिया कपूर हल्के नशें में थी और जब वो रणविजय के करीब आई तो उसे और नशा होने लगी रणविजय के परफ्यूम के खुशबू से वो डांस करते हुए रणविजय के अट्रेक्टिव बॉडी को छुने लगी वो सचमुच बहुत सख्त इंसान हैं और कामुक भी रिया के आंखों में सिड्यूस करने की तलब आ रही थी वो रणविजय के कानों में धीरे से बोली ,"I love you रणविजय मुझे तुमसे प्यार हो गया है ..!!

रणविजय ने अपने सिकोड़ कर कहा" वाट दा हेल...यू आर मैड, रिया पागल हो गई हो मुझे इस तरहा की हरकतें बिल्कुल भी पसंद नहीं तुम अपना लिमिट में रहो क्रॉस करने की कोशिश मत करना मेरे साथ और अपने आप को छुड़ाने लगा ..!!

रिया - अभी तक तो हद में थीं रणविजय लेकिन अब तक ये बात मैं तुमसे छिपाऊं ,तुम जानते हो मेरे डैड और तुम्हारे डैड ने फैसला किया है कि हम दोनों का रिश्ता करने की , तुम्हारे साथ शादी करके वो पार्टनरशिप को मजबूत करना चाहते हैं...

रणविजय बेहद आश्चर्य हुआ और वो बोला ,"बिना मेरी मर्जी की ये शादी कभी नहीं हो सकती और मिस्टर रावत ये फैसला करने वाले कौन होते हैं ..

दूसरे दिन सुबह :-

अक्षा सात बजे तैयार होकर नीचे आती है तो धूप-दीप की खुशबू आती है तो कहां से आ रही है सोचकर इधर - उधर देखते चलती रहती है, "उसी समय रणविजय वर्कआउट करके आता रहता टावेल से पसीना पोछतें , और अक्षा रणविजय से टकरा जाती है,

"अक्षा टकराकर अनबैलेंस होकर गिरते रहती है तो रणविजय अक्षा के हाथ पकड़ के गिरने से बचाता है, फिर रणविजय कहता है ," इधर-उधर क्या देखकर चल रही हो भूत देख ली क्या यहां, और अक्षा का हाथ छोड़ देता हैं फिर जाने लगता है,

अक्षा नीचे धम से गिरते जमीन पर बैठ जाती हैं और जोर की आवाज मे कहती हैं ," मैं तो इधर - उधर देखते चल रही थी आपके आंखों को क्या हुआ आप देखकर नहीं चल सकते थे..??


रणविजय ने हाजिर जवाब में कहा ," तुम्हें देखकर .. मुझे शौक लगा कि मैं तुमसे टकराऊ और कुछ "सिली गर्ल, "फिर मेड आती है,"रणविजय मेड को देखकर चला जाता है अपने रूम के तरफ..!!

अक्षा उठते हुए बोली मेड से बोली ," अच्छा यहां भी भगवान जी का पूजा होता है ,,,

मालती ..मालती नाम है मेरा मेड ने अपना परिचय देते हुए कहा फिर वो आगे बोली मुस्कुराते हुए, "हां ,जाओ आप भी मंदिर में माथा टेकने और आरती ले लो ..!!


अक्षा ने कहा,"हां ज़रूर ...

कहानी जारी है..

पाठकों आप सबसे निवेदन है कहानी अच्छी लग रही है तो कृपया अपनी कमेंट्स रेटिंग के साथ दीजिए और फ़ॉलो कीजिए

जय श्री कृष्णना 🙏