उसने इत्र की शीशी अपने दाहिने हाथ में ली और अपने बाएं हाथ की तरफ धीरे से बढ़ा दी ...
रात भर करवटें बदलने और खुद से ही माथापच्ची करने बाद जब सीमा जी उठी तो उनकी आँखे गुलाब ...
चौधरी कार्ड का फोटो खीचकर बाद में अच्छे से देखने का मन बनाए बैठे थे और मान बैठे थे ...
चौधरी जी थोड़ी देर बाद घर वापस आए तो क्या देखते है चौधराइन सर पर चुन्नी बांधे एक हाथ ...
बैठक में से चौधरी जी की आवाज़ आई "सुनती हो ज़रा बाहर का चक्कर लगाकर आते है" ये कहकर ...
पार्ट - २ अब तक आपने पढ़ा की “द इगल “ मटर कचोरी और हलवे की खुशबु से महक ...
रसोई से सुबह सुबह आती कचोरी और हलवे के घी की खुशबू किसी खास अवसर के होने की गवाही ...