अपनी बहन अल्पा के साथ हुई क्रूरता की सच्ची कहानी सुनकर मौलिक का खून खौल रहा था। उसने अल्पा को एक बार फिर से अपने सीने से लगाकर कहा, "जिसने मेरी बहन की ऐसी हालत कर दी है उसे मैं छोड़ूंगा नहीं।" अल्पा को आज अपने भाई के वह शब्द याद आ रहे थे, जब उसने कहा था, "अल्पा, वह लड़का अच्छा नहीं है। यदि वह अच्छा होता, तो हम कभी भी मना नहीं करते। मैंने उसके बारे में अपने कुछ दोस्तों से सुना है, जो उसे जानते हैं।" परंतु तब अल्पा ने उसकी किसी भी बात पर विश्वास नहीं