दुनिया में कहते हैं हर चीज का समाधान हैं..लेकिन गलतफेमली का नहीं हैं...अगर ये गलतफेमली आगे बढ़ जाए ..फिर सत्यानाश सत्यानाश हैं...इस तरह ही हमारी स्वाति भी गलतफेमली के चलते आगे बहुत ही कुछ नादानियां कर बैठती हैं! जिसे आदित्य और स्वाति के बीच में एक मिठाश का नहीं बल्कि कड़वा रिश्ते बन जाता है! कैसे?? सहिए चलते हैं और आगे देखते हैं......दूसरे दिन ...नवरात्रि महोत्सव हैं ! इसलिए आज कॉलेज बंध था! सभी लोगो को शाम में ही जाना था! इसलिए अभी सारे लोग अपने अपने घर में बैठे हुए थे! स्वाति के घर .. स्वाति आज शाम के लिए बहुत ही