प्रीत की फ्रेंड जोत कमल के और करीब हो गई। कमल के ऊपर बैठ कर आगे पीछे होने लगी। जोत पूरी तरह से इश्क में डूब चुकी थी। अब तक जोत के अंदर की आग ठंडी न हो गई तब तक जोत कमल के साथ करती थी। कमल ले हालत बेहोश जैसी हो चुकी थी। मानो उसकी जुबान में वी इतनी ताकत नही थी के वो जोत को रुकने के लिए बोल सके। जोत बहुत देर तक अपना काम ठंडा करती रही। तीन उसे अपने अंदर सावन को बूंदों जैसा ठंडा ठंडा एहसास हुए और मुंह से आह आह के