दिलवाला प्यार बेशुमार करता है l इज़हारे इश्क बार बार करता है ll खुश रहने की भरपूर कोशिश कर l मिलन के लम्हें यादगार करता है ll सखी आशिक की बेपन्हा बेइंतिहा l मुहब्बत का ए - तिबार करता है ll सुबह शाम हरदम प्यार में पगला l खुद सबसे दर किनार करता है ll दरया ए दिल में जब दिखता है तो l दिलबरा पर जाँ-निसार करता है ll अपने आप को पिंजरे में बँध करके l यादों के सफ़र में शिकार करता है l १-१२-२०२३ जादू मुहब्बत का चल गया l अनजाने