महिमा प्रभु श्रीराम की-कमलकान्त शर्मा

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महिमा प्रभु श्रीराम कीकमलकान्त शर्मासंदर्भ प्रकाशन भोपाल से कमलकांत शर्मा की कृति 'महिमा प्रभु श्री राम की' पिछले दिनों प्रकाशित हुई है। भारत वर्ष में राम कथा और कृष्ण कथा या महाभारत कथा को आदिकाल से ही गया जाता रहा है, हर कवि इन दो बड़ी कथाओं पर अपनी कलम चलता है सबके नजरिया अलग होते हैं। इसे लघु खंडकाव्य कहा गया है पर मेरी नजर में यह संपूर्ण महाकाव्य है।हम जिस पोथी के प्रकाश के लिए, जिस पौथी के विमोचन के लिए आज यहां चर्चा कर रहे हैं, उसके सृजन के बारे में स्वयं कमल कांत जी के मतानुसार