विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 37

  • 4.1k
  • 1.4k

विश्वास (भाग -37) टीना, भुवन से बात करके उठ गयी।सब बच्चों से मिलने के बाद टीना ने गिफ्ट में मिली झुमकी दिखाई। टीना की दादी ने बताया कि उन्होने जो मीनल और सबको भी शगुन और गिफ्टस दिए हैं। समय अपने हिसाब से बीत ही रहा था। नरेन और राजेश सो एक बार बात हुई थी। भुवन और संध्या भी वापिस आए तो टीना ड्राईवर के साथ एयरपोर्ट लेने चली गई। एयरपोर्ट से सीधा भुवन के घर छोड दिया था टीना ने। दोनो को खुश देख कर टीना भी खुश थी कि उसका प्लान कामयाब हुआ। संध्या और भुवन टीना