’हरा समन्दर, गोपीचंदर, बोल मेरी मछली कितना पानी?’’इतना…….’गुड्डो ने हाथ सिर के ऊपर ले जा के बताया, कि पानी तो सिर के ऊपर तक आ गया है. सारे बच्चों ने अपने घेरे को और मजबूत बनाया. एक-दूसरे के हाथों पर पकड़ मजबूत की.’इधर का ताला तोड़ेंगे’’पचास डंडे मारेंगे’ गुड्डो ने सबसे कमज़ोर हाथों की पकड़ पर ज़ोरदार मुक्का लगाया, और घेरा टूट गया. गुड्डो ये जा-वो जा. सारे बच्चे दौड़ रहे हैं, गुड्डो पकड़ने के लिये दौड़ रही है, कभी इसके तो कभी उसके पीछे. ’हरा समंदर, गोपीचंदर…..’आवाज़ें फ़िर आने लगीं हैं, यानि गुड्डो ने किसी को छू लिया है,