कान्हा अब यू यकीन करना भी मुश्किल सा लग रहा है........
ना जाने खुद ही यकीन फिर खुद ही परेशान हैं...........
इतने रिश्तों से मन टूट सा गया है.........
पर एक विश्वास मन में घर कर रहा है..........
कि सब गलत हो सकते है पर आप के द्वारा किया हुआ फैसला यू मेरी किस्मत का गलत तो नहीं हो सकता..........
बस आस नहीं रख रही हूँ किसी पर बस तुम जो भी करना देख कर करना.........
कि सही की चाह में खो ना जाऊ दोबारा से.........
क्योंकि मुझे मुझ से ज्यादा सिर्फ तुम जानते हो.........
Radhe radhe