आगे सफर था और पीछे हमसफर,
रुकते तो सफर छूट जाता,
और चलते तो हमसफर छूट जाता.....
मंजिल की भी हसरत थी और
उनसे भी मुहोब्बत थी,
बता ए दिल कहाँ जाता....
मुद्दत का सफर भी था,
और बरसो का हमसफर भी था....
रूकते तो बिछड़ जाते,
और चलते तो बिखर जाते....
यू समजलो जैसे प्यास लगी थी,
मगर पानी मै जहर था,
पीते तो मर जाते,
और न पीते तो भी मर जाते।।
happy morning 🌄