अकेले वारिस हो तुम,
मेरी बेशुमार,
चाहतो के,,,,@

Hindi Shayri by Abbas khan : 111833826
Abbas khan 2 year ago

वाह क्या बात कही👌👌 सच कहा खुद को खुद से हि पराया करदे यही तो ईश्क़ है ज़नाब,,,

Zainab Makda 2 year ago

वाह क्या बात है 👌 एक तो आपकी चाहत और दुसरा इश्क का बुखार शहर का तापमान 50 डिग्री ना हो तो क्या हो उनकी चाहत पर आपको ऐतबार है इसलिए आपको उनसे खुद से ज्यादा प्यार है....

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