जब किस्मत में मिलना था ही नही,
तो किस्मत ने मिलाया क्यो।
दे के एक पल की खुशी,
पूरा चैन ही छीन लिया ।
प्यार का ये कैसा इंसाफ है
ऐ मेरे रब्बा,
प्यार करके फिर किस्मत में
रोना क्यो लिखा....

-shama parveen

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