"एक दिन, उन्हें सोने के लिए झुलाने, गोद में लेने या दूध पिलाने की ज़रूरत नहीं होगी। उन्हें पीठ थपथपाने, गाना सुनाने या शांत करने की ज़रूरत नहीं होगी। लेकिन अभी, उन्हें सोने के लिए आपकी मदद चाहिए।
एक दिन, उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं होगी।"
एक दिन, वे गोद में उठाए जाने की ज़िद नहीं करेंगे।
वे नन्हें हाथ आपके लिए उठना बंद कर देंगे, और उसकी जगह आपसे सुनाई देगा, 'मम्मी, मुझे नीचे उतार दो।'
अभी, वे हर जगह आपके कंधों पर जाना चाहते हैं।
एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
"एक दिन, वे आधी रात को आपको जगाएंगे नहीं। ना ही आपके पास सोने की ज़िद्द करेंगे। अभी, उन्हें हर समय आपकी ज़रूरत है।
एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
"एक दिन, वे हर जगह उंगलियों के निशान नहीं छोड़ेंगे और न ही हर जगह खिलौने बिखेरेंगे। आपको इधर-उधर खाने के टुकड़े गिरे हुए हर जगह नहीं मिलेंगे। अभी, वे घर को पूरा अस्त-व्यस्त कर देते हैं।
एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
"एक दिन, वे हर काम में आपकी मदद करने की ज़िद नहीं करेंगे। वे हर काम को दुगना या तिगुना समय लेने वाला नहीं बनाएंगे। अभी, वे आपको धीमा कर देते हैं।
एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
"एक दिन, वे सूरज से पहले जागकर energy और smile से भरे हुए नहीं होंगे।
आपसे मिलने और दिन की शुरुआत करने को लेकर इतने excited नहीं होंगे।
अभी, वे आपको बहुत जल्दी उठा देते हैं।
एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
"एक दिन, वे हर बात पर 'नहीं' नहीं कहेंगे। वे हर मिनट में आपका नाम नहीं पुकारेंगे और लगातार 'क्यों' नहीं पूछेंगे। अभी, वे हर समय बात करना चाहते हैं।
एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
"मुझे नहीं पता आप क्या सोचते हैं, लेकिन मेरा दिल उस दिन के बारे में सोचकर दुखता है।
इसलिए मैं उन्हें गोद में उठाऊंगी, झुलाऊंगी, उनकी गड़बड़ियाँ साफ करूंगी और उनकी चोटों पर प्यार से चूमूंगी।
मैं कोशिश करूँगी की अपने बच्चों के साथ कभी shout, scold या Lit नहीं करूँ।
मैं हमेशा उन्हें शांत रहकर समझाने और patience रखूँगी।
क्योंकि एक दिन, ऐसा नहीं होगा।"
एक दिन बच्चे हमारी नहीं सुनेगे