दिल और दिमाग दोनो ही तुम्हारे हैं ,
सब अपने सामर्थानुसार तुम्हे समझने की चेष्टा करते है,
किन्तु समझ मे केवल उन्हे ही आते हो जिसे समझाना चाहते हो |
ओहदा पूँछना है तो मौन मे आना मुझे साथ लेकर |
प्रेम पूँछना है तो हृदय मे उठती पीर मे आना |
प्रतिक्षा पूँछनी है तो प्राणो से लिपटी अन्तिम श्वास मे आना |
विश्वास पूँछना है तो अपने व्यवहार पर से पर्दा हटाना |
अपना छवि देखनी है तो भावना मे आना |