शायरी मेरी सिर्फ लफ़्ज़ नहीं, एहसासों का असर है,
पढ़ते जाओगे, लगेगा जैसे दिल के बहुत पास सफ़र है।
हर हर्फ़ में छुपी है मेरी रूह की पुकार,
जो भी पढ़े — बस हो जाए मेरा तलबगार।
तूफानों से भी तेज़ ये जज़्बात चलते हैं,
मेरी शायरी पढ़ने वाले खुद को मुझसे जुड़ा पाते हैं।
kajal Thakur 😊